प्रियंका को लेकर क्या बोले समय रैना

प्रियंका हलदर: एक अभिनेत्री की कहानी और ऑनलाइन आलोचनाओं का सामना

प्रियंका हलदर, जो अपनी भूमिकाओं के लिए प्रसिद्ध हैं, विशेष रूप से टीवी शो क्राइम पेट्रोल और उठा पटक 4 में, हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का शिकार हुईं। उन्हें यह आलोचना तब मिली, जब उन्होंने स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना के शो इंडियाज गॉट लैटेंट में अपने निजी जीवन के बारे में खुलासा किया। प्रियंका ने इस शो में मॉडलिंग के बारे में बात की और यह भी बताया कि वह एक शादीशुदा मां हैं। इस खुलासे के बाद कई नेटिज़न्स ने उन पर व्यक्तिगत हमले किए और उन्हें अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया।

प्रियंका हलदर की व्यक्तिगत और पेशेवर यात्रा दिलचस्प है। पश्चिम बंगाल की रहने वाली प्रियंका का जन्म 33 साल पहले हुआ था और अब वह मुंबई में अपनी जिंदगी बिता रही हैं। अपने अभिनय करियर की शुरुआत उन्होंने छोटे टीवी शो से की थी, जिनमें क्राइम पेट्रोल और उठा पटक 4 जैसे लोकप्रिय शो शामिल हैं। प्रियंका ने अपनी शिक्षा कक्षा 12 तक पूरी की और बहुत कम उम्र में शादी कर ली। 18 साल की उम्र में उन्होंने motherhood का अनुभव किया और एक बेटे की मां बनीं। उनके पति भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं और वे नागपुर में रहते हैं।

प्रियंका की कहानी की सबसे विवादास्पद बात उनके शो इंडियाज गॉट लैटेंट में की गई बात थी, जब उन्होंने मॉडलिंग के दौरान अपनी शादीशुदा स्थिति और मां होने का खुलासा किया। शो में उनका एक्ट एक लाल बॉडीकॉन ड्रेस में था, जिसे उनके दोस्त आदिल ने स्टेज पर कट-आउट स्टाइल में बदला। इस परफॉर्मेंस ने शुरुआत में अपनी रचनात्मकता के लिए ध्यान आकर्षित किया, लेकिन प्रियंका के निजी जीवन से जुड़े खुलासे ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया।

कुछ लोगों ने प्रियंका को सोशल मीडिया पर बुरी तरह ट्रोल किया। उन्हें कहा गया कि वे शो में अपने निजी जीवन के बारे में चर्चा कर खुद को सुर्खियों में लाने की कोशिश कर रही हैं। कुछ आलोचकों ने यह तक आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर अपनी शादीशुदा स्थिति और मां होने का खुलासा ध्यान आकर्षित करने के लिए किया। कई लोगों ने यह भी सुझाव दिया कि यह पूरा खुलासा स्क्रिप्टेड हो सकता था, जिसका उद्देश्य फिल्म निर्माताओं से कर्षण हासिल करना था।

हालांकि, प्रियंका को आलोचना का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कई समर्थन भी प्राप्त किया। उनके समर्थन में यह तर्क प्रस्तुत किया गया कि उनकी वैवाहिक स्थिति और पारिवारिक जीवन का उनके प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ा। उनके बचावकर्ताओं ने यह भी कहा कि ट्रोलिंग का कोई कारण नहीं है और यह महिलाओं के लिए अव्यावसायिक और अनावश्यक दबाव है।

प्रियंका हलदर का अनुभव एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे को उजागर करता है, जिसमें महिलाएं कैसे व्यक्तिगत रूप से और पेशेवर रूप से अपने जीवन को सार्वजनिक करती हैं, और उन्हें उस पर कैसी प्रतिक्रिया मिलती है। इस पूरे विवाद ने एक महत्वपूर्ण बातचीत को जन्म दिया है, जिसमें यह सवाल उठता है कि महिलाओं को उनके निजी जीवन और पेशेवर जीवन में किस प्रकार की जाँच और आलोचना का सामना करना पड़ता है। सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग और आलोचनाएं इस बात का प्रतीक हैं कि मनोरंजन उद्योग और समाज में महिलाओं के लिए क्या दवाब होते हैं।

प्रियंका हलदर की कहानी एक उदाहरण है कि कैसे व्यक्तिगत जीवन के बारे में खुले तौर पर बोलने का साहस रखने वाली महिलाएं अक्सर ट्रोलिंग का शिकार हो जाती हैं। साथ ही यह इस बात का भी संकेत है कि समाज को महिलाओं के निजी जीवन के बारे में अवांछित टिप्पणियां करने से बचना चाहिए और उनकी मेहनत और योग्यता को ही महत्व देना चाहिए।

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